Bhumika Sharma

एक नज़र जिनकी दे जाती थीं सुकून, बेरुख़ी उनकी बनी लिखने का जूनून।

स्वतंत्र मन

स्वतंत्र मन

जिन्दगी है एक मिली उसे टुकड़ो में क्यों गुजारिये, कभी धूप में भी जी लीजिये जो छाँव मिले तो भी स्वीकारिये, सुख आया तो बाँट लिया दुख भी किसी तरह काट लिया, कभी हिम्मत न हारिये, जिन्दगी है एक मिली उसे टुकड़ो में क्यों गुजारिये, हसरतें तो कम न होंगी बल्कि बढ़ती जाएगी, जो मिला […]

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माँ को कभी छुट्टी नहीं मिलती

An ode to the creator

बिना नींद की रातें, माँ की झोली में है जीवन भर की सौगातें, उसको सदामिली है। माँ कभी छुट्टी नही लेती हर एक किरदार वो बहुत ही बखूबी से अदा करती है, हम सभी जानते है माँ बनने के बाद एक औरत के जीवन में समर्पण की भावना जागृत हो जाती है। वो औरत जो

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Lockdown

lockdown

तुम्हारी याद बहुत सताती है, इस lockdown में तुम्हारी बेपनह याद आती हैं, दिल के जज़बात कुछ इस कदर उलझे है, मेरे अंदर कई आग की तरह झुलसे है, वो हमारा एक साथ समय बिताना, घंटों एक ही बात पर बहस करते जाना, मेरा तुम्हारे लिए गीत गुनगुनाना और तुम्हारा मेरे लिए मोहब्बत भरे नग्मे

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जिंदगी

जिंदगी

नहीं पता था उस लडकी को एक रात में उसकी साँसे थम जाएँगी,नियति बनके ही आयी थी उसके लिए काली रात, क्या अंदाज़ा था उसको जब वह खुश थी अपने जिंदगी के हर पल के लिए, क्षण भर में भी उसके दिमाग की छठी इंद्री नहीं खुल पाई थी,और हो गई वह उन काले नागों की शिकार

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